शुक्रवार, 29 जून 2012


हाशिमपुरा


डॉ. डी. एन. प्रसाद


बच गये जो पाँच नौजवान
आज जिंदा तस्वीर की हकीकत से
रूबरू कराते हैं हाशिमपुरा नरसंहार का

मोहम्मद उस्मान !
पुलिस अस्पताल इसलिए पहुँचायी
कि पीएसी  का नाम नहीं बताओगे

मुजीबुर्रहमान !
जिसे मरा हुआ समझकर
गंग नहर में फेंक दिया गया
उसने मुरादनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी

मोहम्मद नईम !
हत्यारों से हाथापाई करते
गोलियों से तो बचे
लेकिन चोट की वजह से बेहोश होकर गिर पड़े
ट्रक में साथियों के खून से भींगे नईम को
मरा हुआ समझकर हिंडन नहर में फेंक दिया गया

जुल्फकार नासिर !
पीएसी के ट्रक में गोली मारी गयी
और गंग नहर में फेंक दिया गया
लेकिन बच गये
और दिल्ली पहुँच कर
नरसंहार की हकीकत
देश के कद्दावर मंत्रियों के सामने
सत्ता के गलियारों में बिखरायी

बाबुदीन !
ट्रक में गोली मारकर
पीएसी जवानों ने हिंडन नहर में फेंक दिया
बच गया बाबुदीन और
लिंक रोड थाना में एफआइआर दर्ज करायी

इन सभी को
सरकारी कत्ल के 25 वर्ष बीतने पर भी
उम्मीद है/और कहते हैं-
‘हमें कुछ मिले न मिले
इंसाफ जरूर मिलना चाहिए !’

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