विदेशों में हिंदी शिक्षण के लिए मानक पाठ्यक्रम तैयार करेगा हिंदी विश्वविद्यालय
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी
विश्वविद्यालय,वर्धा हिंदी पाठ्यक्रमों के विकास में विश्व भर के विश्वविद्यालयों
को सहयोग कर रहा है। इसके अंतर्गत उस देश की आवश्यकता के अनुसार पाठ्यक्रम निर्माण, उसके लिए
पाठ्यसामग्री एवं दृश्य-श्रव्य सामग्री का निर्माण शामिल है । विश्व भर में हिंदी
शिक्षण को समृद्ध करने के उद्देश्य से यह विश्वविद्यालय
हिंदी प्राध्यापकों के लिए ओरिएंटेसन कार्यक्रम भी चला रहा है। जोहान्सबर्ग में
आयोजित नौवें विश्व हिंदी सम्मेलन में तीन दिन चले मंथन के बाद कुल 12 प्रस्ताव
पारित किए गए। विदेशों में हिंदी शिक्षण
के लिए एक मानक पाठ्यक्रम तैयार करने पर भी प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें कहा
गया कि इस पाठ्यक्रम को तैयार किए जाने की जिम्मेदारी महात्मा गांधी
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय,वर्धा को अधिकृत किया जाए।
vardha university has high contribution.
जवाब देंहटाएंGhar Ka Vaidya