हिंदी विवि के ‘नीम निकुंज’ में नामचीन साहित्यकारों ने किया वृक्षारोपण
महात्मा
गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के नागार्जुन सराय परिसर स्थित ‘नीम निकुंज’ में कुलपति विभूति नारायण राय, आवासीय लेखक प्रो.दूधनाथ सिंह, विनोद कुमार शुक्ल, ऋतुराज सहित कई नामचीन साहित्यकारों ने
वृक्षारोपण किया। इस दौरान ज्यादातर नीम के पेड़ लगाए जाने पर प्रो.दूधनाथ सिंह ने उद्यान का
नाम ‘नीम निकुंज’ रखा तो उपस्थितों ने तालियों से स्वागत किया।
इस अवसर पर कुलपति विभूति नारायण राय ने कहा कि 05
जून को अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर पानी के अभाव के कारण इस समय
परिसर में वृक्षारोपण का अभियान चलाया गया है। नीम यहां की जलवायु के अनुकुल है और इससे
पर्यावरण भी स्वच्छ रहता है। विश्वविद्यालय परिसर एक बेहतरीन बगिया के रूप में
विकसित हो रहा है। यहां बौद्धिक व संरचनात्मक विकास के साथ-साथ पर्यावरण का
संरक्षण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिसर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है
जिससे सीवर का पानी शुद्ध होकर पौधों की सिचाई में काम आएगा। विशेष कर्तव्याधिकारी
नरेन्द्र सिंह ने कहा कि परिसर की हरियाली से प्रफुल्लित होकर सामाजिक वनीकरण
विभाग, सेलू (वर्धा) ने विश्वविद्यालय को
नि:शुल्क पेड़ प्रदान किया है।
गौरतलब है कि 212 एकड़ में फैले परिसर में 99 एकड़
भूमि को ‘ग्रीन जोन’ घोषित किया गया है। इस भूमि में कई हजार पेड़-पौधे लगाए गए
हैं। कभी उजाड़ सी दिखने वाली पहाड़ी में हरियाली लेागों को आकर्षित करती है।
गांधी व कबीर पार्कों को दर्शनीय स्थल के रूप में जाना जाने लगा है। नागार्जुन
सराय व फादर कामिल बुल्के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास के सामने का उद्यान लोगों के
मन को भाता है। उद्यान में बाहर से आए देशी-विदेशी मेहमान अक्सर तस्वीर खिंचवाते
नज़र आते हैं। निश्चित रूप से अब यह परिसर हरा-भरा दिखने लगा है। वृक्षारोपण
कार्यक्रम में साहित्यकार रोहिताश्व, प्रो.रामशरण जोशी, इरफान इंजीनियर, जय प्रकाश राय ‘धूमकेतु’, डॉ.राजेश्वर सिंह, डॉ.रवि कुमार, अमित विश्वास, विनय भूषण, करण आदि ने भी पेड़ लगाया।
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