महात्मा
गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के प्रतिकुलपति तथा सुपरिचित
साहित्यकार प्रो. ए. अरविंदाक्षन को हिंदी भवन न्यास समिति, नई दिल्ली का ‘हिंदी
रत्न सम्मान’ घोषित हुआ है। प्रो. अरविंदाक्षन को यह पुरस्कार एक अगस्त को नई
दिल्ली में हिंदी भवन द्वारा हिंदी भवन सभागार में आयोजित एक विशेष समारोह में
प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार स्वरुप प्रशस्ति पत्र, शाल, रजत श्रीफल, प्रतीक
चिन्ह के रूप में सरस्वती की प्रतिमा तथा एक लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान
की जाएगी।
यह सम्मान राजर्षि टंडनजी की जयंती के
उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 1 अगस्त को हिंदी सेवी पंडित भीमसेन विद्यालंकार की स्मृति
में ऐसे हिंदी प्रेमी को दिया जाता है, जिसकी मातृभाषा हिंदी न हो तथा जिसने
साहित्य, भाषा और कला के माध्यम से हिंदी के उन्नयन में विशिष्ट योगदान दिया
हो। प्रो. अरविंदाक्षन की मलयालम, हिंदी और
अंग्रेजी भाषाओं में 50 से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुईं हैं।
प्रो. ए. अरविंदाक्षन जी को इस सम्मान के लिये हार्दिक बधाइयां एवम शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंसर को बहुत-बहुत बधाई हो !
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