सोमवार, 21 अक्टूबर 2013

कई गुना बढ़ गई है मानचित्रण की उपयोगिताः पृथ्वीश नाग




कोलकाता केंद्र में पावर प्वाइंट की सहायता से व्याख्यान देते डा. पृथ्वीश नाग
देश के सुप्रसिद्ध भूगोलविद और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के कुलपति डा. पृथ्वीश नाग ने कहा है कि सूचना तकनीक के युग में मानक मानचित्रण की उपयोगिता कई गुना बढ़ गई है। डा. नाग महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदीविश्वविद्यालय के कोलकाता केंद्र में मानक मानचित्रण के महत्व पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
फातिमा कनीज को सम्मानित करते डा. पृथ्वीश नाग
उन्होंने कहा कि उत्तरोत्तर आधुनिक संचार उपकरणों में मानक मानचित्रण के माध्यम से दैनिक उपयोग की बहुत सारी महत्वपूर्ण सूचनाएं जल्द ही सबको मिलने लगेंगी।
उन्होंने कहा कि मानचित्र चूंकि सटीक जानकारी मुहैया कराते हैं इसीलिए, और तो और, आतंकवादी भी उनका इस्तेमाल करते हैं। आम तौर पर हम खबर पढ़ते हैं कि अमुक जगह पर पकड़े गए अमुक आतंकवादी के पास से अन्य चीजों के अलावा मानचित्र भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकी दृष्टि से आज डिजिटल मानचित्र बहुत उन्नत हैं।
कोलकाता केंद्र में डा. पृथ्वीश नाग व डा. कृपाशंकर चौबे के साथ वेब पत्रकारिता के विद्यार्थी बाएं से जया तिवारी, फातिमा कनीज, सोनी कुमारी सिंह, अभिषेक कुमार शर्मा, अमित कुमार राय, विनय कुमार प्रसाद, अम्बरीन अरशद, उपेंद्र साव, नेहा गुप्ता और आफरीन जमान।
आधुनिक लेजर तकनीक के कारण आज किसी भी स्थान का वास्तविक मानचित्र अब उपलब्ध होने लगा है। इस अवसर पर उपेंद्र साव व नेहा गुप्ता ने डा. नाग से संवाद भी किया। संगोष्ठी की अध्यक्षता बर्दवान विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. विद्याधर मिश्र ने की। संचालन वरिष्ठ पत्रकार हरिराम पांडेय तथा धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर तथा कोलकाता केंद्र के प्रभारी डा. कृपाशंकर चौबे ने किया। इस अवसर पर वेब पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा की कक्षा में उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन के लिए फातिमा कनीज को डा. पृथ्वीश नाग ने सम्मानित किया।

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